
पाटलिपुत्रा न्यूज़ @डेस्क : ‘हाऊ टु विन एन इंडियन इलेक्शन’ के लेखक शिवम शंकर सिंह ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘मुझे नहीं पता कि बीजेपी कितनी सीटें जीत रही है- शायद उन्हें 400 सीटें मिल रही हैं? लेकिन मैं एक दिन के लिए सोनीपत गया और शिक्षित युवाओं के बीच बेरोजगारी के पैमाने को देखकर हैरान रह गया। जब एक फल बेचने वाले ने कहा कि वह बीजेपी को छोड़ कांग्रेस को वोट देने जा रहा है क्योंकि वह बीटेक की डिग्री लेने के बाद भी फल बेच रहा है, तो आपको इसकी परवाह नहीं होती कि कौन जीत रहा है। आपको अपने देश के लिए अफसोस होता है।’ अगर यह रोजगार और महंगाई बदलाव का कोई संकेत है तो क्या यह कुछ सीटों तक ही सीमित रहेगा और विभिन्न राज्यों में महसूस नहीं किया जाएगा ?….

स्वराज इंडिया के सह-संस्थापक योगेंद्र यादव ने कहा कि बीजेपी और एनडीए 272 के आंकड़े तक पहुंचने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और वे 2019 की अपनी सीटों से काफी नीचे रह जाने वाले हैं। वह 1977 जैसी स्थिति को खारिज करने में एक्सिस माई इंडिया के प्रदीप गुप्ता से सहमत हैं। एक टीवी चर्चा में उन्होंने कहा, उन्हें अब भी बीजेपी के 200 सीटों से नीचे रहने या इंडिया गठबंधन को 300 सीटें हासिल होती नहीं दिख रही है।
