
पाटलिपुत्रा न्यूज़ @डेस्क : बिहार पुलिस सूत्रों की मानें तो जांच टीम 13 आरोपियों की नार्को एनालिसिस और ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराने की मांग शिक्षा मंत्रालय से करेगा। इतना ही नहीं जिस फ्लैट से नीट का जला हुआ पेपर मिला था, वह पेपर भी पुलिस ने एनटीए को सौंप दिया था। अब इस जले हुए पेपर का मिलान करने के लिए मूल पेपर जांच टीम को दे दिया है। दरअसल, बिहार पुलिस से जब यह मामला आर्थिक अपराध इकाई के पास आया तो उसने जलने से बचे टुकड़ों को जोड़कर प्रश्नपत्रों में से 74 प्रश्न निकाले। इसके साथ ही प्रश्न का एक बुकलेट नंबर (6136488) भी। इसी बुकलेट का पेपर पटना में माफिया के वॉट्सऐप पर आया था, वो बुकलेट झारखंड के हजारीबाग स्थित ओएसिस स्कूल को मिला था। इतना ही नहीं बुकलेट जिस बक्से में स्कूल पहुंचा था, उससे भी छेड़छाड़ हुई थी। यह जांच में स्पष्ट हो गया है।

इधर, उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने फिर से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर हमला बोला। तेजस्वी द्वारा दिए गए संजीव मुखिया की नेताओं के साथ वाली तस्वीर जारी करने वाले बयान पर पलटवार करते हुए अगर दम है तो 24 घंटा के भीतर तेजस्वी यादव साक्ष्य को सार्वजनिक करें और ब्लैकमेलर बनकर लोगों को धमकाना और डराना बंद करें। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव की भाषा ब्लैकमेलर जैसी है। वह प्रशासन को डरा धमका रहे हैं। इससे पहले डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा था कि तेजस्वी यादव को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या प्रीतम कुमार अभी भी उनके पीएस हैं और उन्हें यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि सिकंदर प्रसाद यादवेंदु कौन हैं? जब लालू प्रसाद यादव रांची में जेल गए थे, तब सिकंदर प्रसाद यादवेंदु हुआ करते थे। लालू की सेवा में वह रहते थे। सिकंदर सिंचाई विभाग में जेई थे। विजय सिन्हा ने आरोप लगाया कि वह लोगों के भविष्य के साथ खेलते हैं जब वे सत्ता में होते हैं तो घोटाले करते हैं और नियुक्ति प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं। सबसे पहला सवाल, बिहार में अभी क्यों मचा है बवाल?

अब तक नीट पेपर लीक केस में गिरफ्तार किए गए प्रमुख आरोपियों के नाम ( सिकंदर यादवेंदु , बिट्टू , नीतीश , अमित आनंद , आयुष (परीक्षार्थी) , अनुराग (परीक्षार्थी) , चिंटू , पंकू , काजू , राजीव , अजीत कुमार
