पटना में नाव हादसा, परिवार के चार लोग लापता, गंगा दशहरा पर नहाने गए थे, अचानक नदी में हुआ ऐसा

बाढ़ थाना प्रभारी ने बताया कि उमानाथ घाट पर रविवार को गंगा दशहरा के अवसर पर लोग गंगा स्नान करने आए थे। अचानक नदी में नाव पलट गई। इसके बाद ऐसा हुआ…

पाटलिपुत्रा न्यूज़ @डेस्क : पटना में गंगा नदी में अचानक नाव पलट गई। नाव पर सवार परिवार के 17 लोग नदी में डूबने लगे। फौरन स्थानीय तैराकों और नाविकों उन्हें बचाने की कोशिश करने लगे। 13 लोगों को किसी तरह बाहर निकाला गया। वहीं परिवार के चार लोगों की तलाश जारी है। इधर, घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में जुट गई। पुलिस एसडीआरएफ की टीम की मदद से गंगा नदी में सर्च ऑपरेशन चला रही है। लापता लोगों की तलाश जारी है। 13 लोगों को बाहर निकाल लिया गयाइधर, घटना की पुष्टि करते हुए बाढ़ थाना प्रभारी ने बताया कि उमानाथ घाट पर रविवार को गंगा दशहरा के अवसर पर लोग गंगा स्नान करने आए थे। नाव पलटने से परिवार के 17 लोग नदी में डूबने लगे। इनमें से 13 लोगों को बाहर निकाल लिया गया है। वह फिलहाल ठीक है। इधर, एसडीआरएफ की टीम ने छह लोगों को तलाश में रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। इनमें से दो लोगों को बचाकर नदी से बाहर निकाल लिया गया। वहीं चार लोगों की तलाश जारी है। इसमें एनएचएआई के एक सेवानिवृत्त अधिकारी अवधेश प्रसाद भी लापता हैं। अवधेश प्रसाद एक माह पहले ही सेवानिवृत्त हुए हैं। जबकि उनकी पत्नी को बचा लिया गया है।

चार लोगों की तलाश जारी है…..गंगा नदी में नाव पलटने की हादसा में नदी में लापता चार लोगों में अवधेश कुमार 60 वर्ष, हरदेव प्रसाद 65 वर्ष , नीतीश कुमार 30 वर्ष एवं मंजू देवी 45 वर्ष शामिल हैं। यह सभी नालंदा के मालती गांव के निवासी बताए जा रहे हैं। गंगा नदी में शव तलाशने की अभियान जारी है। बताया जा रहा है कि अवधेश कुमार अपने घर में किसी के गमी के बात गंगा स्नान में रविवार को शुद्धिकरण के लिए पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि गंगा स्नान करके वापस लौट के क्रम में अचानक नाव अनियंत्रित होकर बीच गंगा में पलट गई। इसी क्रम में गंगा दशहरा के अवसर पर गंगा नदी में छोटे-छोटे नाव जो भ्रमण कर रहे थे। उनके द्वारा गंगा नदी में गिरे लोगों को किसी तरह बचाया गया, जबकि चार लोग इस हादसे में गंगा नदी में लापता हो गए। एसडीआरएफ की टीम शव को तलाश करने में जुटी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *